1. निम्नलिखित को समेल करो
2. वाक्यों को पूरा करो :
(क) …………………… के लिए दासों का इस्तेमाल किया जाता था।
(ख) …………………… में महापाषाण पाए जाते हैं।
(ग) जमीन पर गोले में लगाए गए पत्थर या चट्टान …………………… का काम करते थे।
(घ) पोर्ट-होल का इस्तेमाल …………………… के लिए होता था।
(ङ) इनामगाँव के लोग …………………… खाते थे।
उत्तर :
(क) मालिक की सेवा करने
(ख) दक्कन, दक्षिणी भारत, उत्तरपूर्वी भारत और कश्मीर
(ग) चिह्नों।
(घ) पत्थरों से बने हुए कमरे में जाने
(ङ) अनाज, फल और मांस
आओ चर्चा करें
3. आज हम जो किताबें पढ़ते हैं वे ऋग्वेद से कैसे भिन्न हैं?
उत्तर : आज हम जो किताबें पढ़ते हैं वे लिखी और छापी गई हैं, जबकि ऋग्वेद का उच्चारण और श्रवण किया जाता था। ऋग्वेद की रचना के सदियों बाद इन्हें लिखा गया था। ऋग्वेद छपने का काम मुश्किल से दो सौ साल पहले हुआ।
4. पुरातत्त्वविद् कब्रों में दफ़नाए गए लोगों के बीच सामाजिक अंतर का पता कैसे लगाते हैं?
उत्तर : पुरातत्त्वविद् दफ़नाए गए लोगों की कब्रों से प्राप्त वस्तुओं के आधार पर सामाजिक अंतर का पता लगाते हैं। जैसे-ब्रह्मगिरि में एक व्यक्ति की कब्र से 33 सोने के मनके और शंख पाए गए हैं, जबकि दूसरी कब्र के कंकाल के पास केवल मिट्टी के ही बर्तन मिले हैं। यह अंतर दफनाए गए लोगों की सामाजिक स्थिति में भिन्नता को दर्शाता है।
5. एक राजा का जीवन दास या दासी के जीवन से कैसे भिन्न होता था?
उत्तर : एक दास या दासी का कष्टपूर्ण जीवन राजा के ऐश्वर्यपूर्ण जीवन से पूर्णतः भिन्न होता था। दास या दासी वे स्त्री और पुरुष होते थे जिन्हें राजा द्वारा युद्ध में बंदी बनाया जाता था। उन्हें राजा की जायदाद माना जाता | था और उन्हें राजा की सभी आज्ञाओं का पालन करना पड़ता था।