0 कक्षा 6 शरीर में गति
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कक्षा 6 शरीर में गति

 

अभ्यास

Q1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिएः

(क) अस्थियों की संधियाँ शरीर को —————— में सहायता करती हैं।
(ख) अस्थियाँ एवं उपास्थि संयुक्त रूप से शरीर का —————— बनाते हैं।
(ग) कोहनी की अस्थियाँ —————— संधि द्वारा जुड़ी होती हैं।
(घ) गति करते समय —————— के संकुचन से अस्थियाँ खिंचती हैं।

उत्तर: 

(क) अस्थियों की संधियाँ शरीर को —गति— में सहायता करती हैं।

(ख) अस्थियाँ एवं उपास्थि संयुक्त रूप से शरीर का —कंकाल— बनाते हैं।

(ग) कोहनी की अस्थियाँ –हिंज– संधि द्वारा जुड़ी होती हैं।

(घ) गति करते समय —मांसपेशियों— के संकुचन से अस्थियाँ खिंचती हैं।

Q2. निम्न कथनों के आगे सत्य (T) तथा असत्य (F) को इंगित कीजिए।

(क) सभी जंतुओं की गति एवं चलन बिलकुल एक समान होता है। ( )
(ख) उपास्थि अस्थि की अपेक्षा कठोर होती हैं। ( )

(ग) अंगुलियों की अस्थियों में संधि नहीं होतीं। ( )
(घ) अग्रभुजा में दो अस्थियाँ होती हैं। ( )
(ङ) तिलचट्टों में बाह्य-कंकाल पाया जाता है। ( )

उत्तर : 

(क) असत्य

(ख) असत्य

(ग) असत्य

(घ) सत्य

(ङ) सत्य

Q3. कॉलम 1 में दिए गए शब्दों का संबंध् कॉलम 2 के एक अथवा अधिक कथन से जोडि़ए:

उत्तर:
कॉलम  I                                            कॉलम II
ऊपरी जबड़ा एक अचल संधि है|
मछली का शरीर धारा रेखीय होता है|
पसलियां                  हृदय की सुरक्षा करती है|
घोंघा                 बहुत धीमी गति से चलता है|
तिलचट्टा                  बाह्य कंकाल होता है|
हवा में उड़ सकता है|
शरीर पर पंख होते हैं।

Q4. निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

(क) कंदुक-खल्लिका संधि क्या है?

उत्तर: कंदुक-खल्लिका संधि एक गतिशील संधि है। इसमें एक अस्थि के सिरे पर बॉल और दुसरे अस्थि के सिरे पर एक सॉकेट होता है। जो एक दुसरे से जुड़कर संधि को सभी दिशाओं में घूमने की अनुमति देता है। उदाहरण: कंधे की संधि।

(ख) कपाल की कौन-सी अस्थि गति करती है?

उत्तर: कपाल की अस्थियों में केवल निचला जबड़ा गति करता है।

(ग) हमारी कोहनी पीछे की ओर क्यों नहीं मुड़ सकती?

उत्तर: कोहनी में हिंज संधि होती है, जिससे केवल आगे और पीछे एक ही दिशा में गति हो सकती है इसलिए कोहिनी पीछे की ओर मुड़ नहीं सकती है।

अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

प्रश्न – संधि किसे कहते है ?

उत्तर – हम शरीर के विभिन्न भागों को उसी स्थान से मोड़ अथवा घुमा पाते हैं, जहाँ पर दो हिस्से एक-दूसरे से जुड़े हों इन स्थानों को संधि कहते है।

प्रश्न – उस संधि का नाम बताइए जो सभी दिशाओं में गति करता है । 

उत्तर – कंदुक-खल्लिका संधि ।

प्रश्न – हिंज संधि का एक उदाहरण दीजिए। 

उत्तर – घुटना ।

प्रश्न – अचल सधी किसे कहते है ?

उत्तर – हमारे सिर की कुछ संधियों में अस्थि हिलती नहीं सकती ऐसी संधियों को अचल संधि कहते है।

प्रश्न – कंकाल किसे कहते है ?

उत्तर – हमारे शरीर की सभी अस्थियाँ ठीक इसी प्रकार शरीर को एक सुंदर आकृति प्रदान करने के लिए एक ढाँचे का निर्माण करती हैं। इस ढाँचे को कंकाल कहते हैं।

प्रश्न – पसली-पिंजर क्या है ?

उत्तर – पसलियाँ वक्ष की अस्थि एवं मेरुदंड से जुड़कर एक बक्से की रचना करती हैं। इस शंकुरूपी बक्से को पसली-पिंजर कहते हैं।
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिएः
;कद्ध अस्थियों की संध्यिाँ शरीर को –गति— में सहायता करती हैं।
;खद्ध अस्थियाँ एवं उपास्थि संयुक्त रूप से शरीर का —-कंकाल– बनाते हैं।
;गद्ध कोहनी की अस्थियाँ —-हिंज– संध् िद्वारा जुड़ी होती हैं।
;घद्ध गति करते समय –पेशियों – वेफ संवुफचन से अस्थियाँ खिंचती हैं।

प्रश्न – कपाल की कौन-सी अस्थि गति करती है?

उत्तर – नीचला जबडा।

प्रश्न – हमारी कोहनी पीछे की ओर क्यों नहीं मुड़ सकती?

उत्तर – कोहनी में हिंज संधि होती है, जिससे केवल आगे और पीछे एक ही दिशा में गति हो सकती है इसलिए कोहिनी पीछे की ओर मुड़ नहीं सकती है।

प्रश्न – घोंघा किसकी सहायता से चलता है ?

उत्तर – घोंघा पेशीय पाद की सहायता से चलता है।

प्रश्न – केंचुआ किस प्रकार गति करता है ?

उत्तर – केंचुए में गति शरीर की पेशियों के बारी-बारी से विस्तरण एवं संकुचन से होती है।

प्रश्न – अस्थियाँ गति कैसे करती है ?

उत्तर – पेशियों के जोड़े के एकांतर क्रम में सिकुड़ ने एवं फैलने से अस्थियाँ गति करती हैं।

प्रश्न – मछलियों के पंख क्यों होते है ?

उत्तर – मछली के शरीर पर पंख होते हैं जो तैरते समय जल में संतुलन बनाए रखने एवं दिशा निर्धारण में सहायता करते हैं।